ॐ ।।
मौज नो अड्डो
मित्रों …. गुजराती भोजन सदा से ही मेरे लिए आकर्षक का केंद्र रहा है …. अभी हाल ही में मुम्बई प्रवास के दौरान एक विशेष गुजराती रेस्टोरेंट में जाना हुआ जहां पर गुजराती और फ़्यूज़न डिशेज़ का अनोखा स्वाद चखने को मिला.
यह है #Mumbai के मीरा-भायंदर रोड पर स्थित “मौज नो अड्डो” रेस्टोरेंट …. इसके नाम का अर्थ ही मौज करने का अड्डा है जहां पर आप विशिष्ट गुजराती व्यंजनों के स्वाद ले सकते हैं.
यहाँ के मेन्यू में कई यूनिक व्यंजन हैं पर उनमें से बिल्कुल अलग नाम और रूप वाले दो व्यंजन हैं …. दिखने और स्वाद में ये दोनो व्यंजन यूनिक हैं …. पहला है “भूँगड़ा बटाटा” और दूसरा है “स्ट्रॉमबोली” …. यह दोनो ही व्यंजन बिल्कुल ही अलग अलग कूजीन, इंग्रीडीयंट्स और स्वाद वाले हैं …. जहां एक ओर भूँगड़ा बटाटा ठेठ गुजराती स्नैक है वहीं स्ट्रॉमबोली एक इटैलियन फ़ास्ट फ़ूड आइटम है.
भूँगड़ा_बटाटा : इसे बनाने के लिए छोटे-छोटे टुकड़ों में कटे हुए उबले हुए आलू को चटपटे गुजराती मसाले युक्त मैरीनेशन में लपेट कर तवे पर क्रिस्पी होने तक सेंका जाता है और उस पर लहसुन वाली गाढ़ी ग्रेवी और कटी हुई धनिया आदि डाल कर “भूँगड़ा” के साथ परोसा जाता है …. पीले रंग का यह “भूँगड़ा” वही है जिसे आप बचपन में उँगलियों पर डाल-डाल कर खाते रहे हैं …. अलग अलग क्षेत्रों में इसे अलग अलग नामों से जाना जाता है …. “भूँगड़ा बटाटा” को खाने का सही तरीक़ा है कि भूँगड़े के खोल को एक साइड से आलू के ऊपर रख कर दबाया जाता है जिस से आलू भूँगड़े के ख़ाली भाग में भर जाता है …. फिर इसे चटनी लगा कर या यूँ ही खाया जाता है …. यानी कि एक तरह से भूँगड़े को चम्मच की तरह प्रयोग किया जाता है …. एक ऐसा चम्मच जिसे खाया जा सकता है …. बिल्कुल यूनिक कुरकुरा और चटपटा स्वाद है इस डिश का.
स्ट्रॉम्बोली : चीज़ और इटैलियन मसालों से युक्त यह भारी भरकम व्यंजन एक विदेशी स्वाद है जिसे बनाने के लिए मैदे के ख़मीर वाले बेस में चीज़ और की प्रकार की सॉस मिला कर भरा जाता है और उसे रोल करके ओवन में पकाया जाता है …. इसे खाते हुए इसे तोड़ने पर पिघले हुए चीज़ और सॉस की जो सुगंध और फ़्लेवर निकल कर आता है वह अपने आप में ही इस डिश को खाने की भूख बढ़ा देता है …. बिल्कुल यूनिक और शानदार स्वाद वाली इस डिश का स्वाद लेना सच में एक विशेष अनुभव है.
“मौज नो अड्डो” नाम का यह रेस्टोरेंट पहले मुम्बई के कांदीवली क्षेत्र में “हरी ओम्” के नाम से था और लॉकडाउन के दौरान ही वहाँ से शिफ़्ट होकर अभी मीरा-भायंदर इलाक़े में शुरू किया गया है …. दुकान के मालिक तरुण ठक्कर जी हैं जो मूलतः ओखा, गुजरात के रहने वाले हैं और लम्बे समय से मुम्बई में ही रहते हैं.
दुकान के खुलने का समय सुबह दस बजे से देर रात तक है …. यह पूरा क्षेत्र ही खाऊ गल्ली के नाम से प्रसिद्ध है परन्तु पूरी मार्केट का चक्कर लगाने के बाद यह रेस्टोरेंट इस मार्केट का सबसे यूनिक और अलग रेस्टोरेंट लगा …. यहाँ मिलने वाले व्यंजनों की रेट लिस्ट और मेन्यू फ़ोटो सेक्शन में देख लीजिए.
SwadList रेटिंग : ⭐️ ⭐️ ⭐️ ⭐️ ⭐️
रेस्टोरेंट तक पहुँचने के लिए गूगल लोकेशन :
https://goo.gl/maps/K1sER4zjWMB8uAUx9
मुम्बई में रहने वाले मित्र या मुम्बई घूमने जाने वाले मित्र यहाँ पर गुजराती भोजन का स्वाद अवश्य लें.
आपका अपना …. #पारुलसहगलसाथी 😊