एक लगभग सौ वर्ष पुरानी दुकान, साइज़ लगभग दस फुट बाई दस फुट, दुकान के बाहर ना कोई साइन बोर्ड….ना कोई ब्रांडिंग फिर भी हर समय ग्राहकों की भीड़.
यहाँ बात हो रही हैलुधियाना की एक तंग गली माली गंज_चौक में स्थित दलीपा_हलवाई की दुकान की.
यहाँ पर सुबह-सुबह नाश्ते के समय मिलती है पूरी-चने और लस्सी की जुगलबंदी और दिन में मिलता है चार प्रकार का रायता.
क्रिस्पी और गर्मा-गर्म पूरी के साथ सफ़ेद चने_की_सब्ज़ी, आलू_की_सब्ज़ी और खट्टी_मीठी_पेठे_की_सब्ज़ी का मिक्स्चर एक अलग ही स्वाद लिए हुए होता है जो कि एकदम यूनिक है और इस दुकान की USP है.
लस्सी को 24 गिलास के बैच में बनाया जाता है और यह बैच लगातार बनते जाते हैं. अक्सर दो-तीन बैच के बाद लस्सी पीने का नम्बर आ पता है. लस्सी भी ऐसी की ना तो अधिक गाढ़ी ना अधिक पतली. बस एकदम यूनिक मीठापन और मलाई की एक मोटी परत लिए हुए काँच के लम्बे गिलास में लस्सी जो कि किसी समय पीतल के गिलासों में परोसी जाती थी.
दिन में 12 बजते बजते जब पूरी का स्टॉक समाप्त हो जाता है तो लस्सी भी बंद कर दी जाती है और लगभग आधे घंटे के ब्रेक के बाद इस दुकान का नक़्शा थोड़ा बदल जाता है. अब शुरू होता है चार_प्रकार_का_रायता, लौकी_का_रायता, आलू_का_रायता, मोटी_बूंदी_का_रायता और ,भल्ले_का_रायता जिसमें मीठे दहीं के साथ सिर्फ़ पिसे हुए मसाले डाल कर बिना किसी चटनी के सर्व किया जाता है…..यह रायता शाम को लगभग छह बजे तक उपलब्ध रहता है. इसके सिवा इस दुकान का मलाईदार दहीं भी दिन भर बिकता है जो कि लोग घर के के लिए पैक करवाते रहते हैं. यहाँ पर प्रतिदिन 5-5 किलो के दहीं के लगभग 200 मिट्टी के कसोरे लस्सी और बाक़ी सब सामान तैयार करने में ख़ाली होते हैं.
दो पूरी की प्लेट का दाम है तीस रुपए और प्रति प्लेट लस्सी का भी यही दाम है. रायता भी तीस रुपए प्रति प्लेट ही है.
सौ वर्ष पहले शुरू की गयी इस दुकान को आज सुरेंद्र जी और उनके पुत्र चला रहे हैं, दलीपा सुरेंद्र जी के पिता जिनका नाम था जिनके नाम से यह दुकान प्रसिद्ध हुई.
गूगल लोकेशन: https://goo.gl/maps/be4UyY2Jenpv59Zm8
SwadList रेटिंग : 7 स्टार *******
मित्रों…..लुधियाना में वाक़ई यह कहावत प्रसिद्ध है कि जिन्ने_दलीपे_कोल_नाश्ता_नई_कित्ता_ओहने_लुधियाना_नई_वेख्या अर्थात “जिसने दलीपे की दुकान का स्वाद नहीं चखा उसने लुधियाना नहीं देखा”…….आप जब भी कभी लुधियाना जाएँ और कुछ करें ना करें यहाँ पर नाश्ता अवश्य करें.
आपके फ़ीड्बैक की प्रतीक्षा में…..🙏
आपका अपना ….. पारुल सहगल 😊