ॐ ।।
#भारत_के_5000_स्वाद_Part78
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मित्रों ….. कुछ स्वाद समय के साथ साथ लुप्त हो जाते हैं और कुछ लुप्त होने की कगार पर होते हैं…..जब कोई ऐसा ही लुप्तप्राय स्वाद जब चखने को मिल जाएँ तो ग़ज़ब का अनुभव होता है.
अभी अपने मुम्बई प्रवास में मैं कल्याण के उपनगर उल्हासनगर में जिस स्थान पर रुका हुआ हूँ वहाँ पर शाम को ऐसे ही टहलते हुए एक पुरानी सी ठेली दिखाई दी जिस पर गुलाबजामुन बिक रहे थे परंतु गुलाबजामुन का रंग और आकार कुछ अलग सा दिखाई दिया…..फ़ूडी हूँ तो खाने-पीने की वस्तुओं को को एक अलग ही दृष्टिकोण से देखने के लिए आँखों में अदृष्ट स्कैनर पता नही कब से फ़िट हो चुका है.
पास जाकर देखा तो एक-एक गुलाब जामुन लगभग तीन इंच व्यास का बिलकुल गोल…….यानी कि बिलकुल क्रिकेट की गेंद के आकार का गुलाबजामुन…. दुकानदार से कुछ जानकारी लेनी चाही तो पता चला कि महोदय हिंदी ठीक से नही बोल पाते और सिर्फ़ सिन्धी भाषा ही समझते हैं…… फ़ोटो खींचने लगा तो टूटी-फूटी हिंदी में फ़ौरन रोक दिया कि “#वड़ी_बब्बा_फ़ोटू_क्यूँ_काढ़ता_है_नी ! #अमारा_छोट्टा_सा_धन्धा_है_नी_तुम_किधर_जासूसी_कड़ता_है_साईं.
अजब उलझन है भाई…… इतना तो साफ़ दिख रहा है कि गुलाबजामुन आम नही है…..पाँच-सात मिनट में ही कई ग्राहक आए और गटागट गुलाबजामुन खा खा कर चलते बने…. और मज़े की बात कि ग्राहक भी सब सिन्धी में दुकानदार से बात कर रहे….. अपने को इसका स्वाद भी लेना है और स्वाद अच्छा लगा तो www.swadlist.com में इस पर आर्टिकल भी लिखना है.
कुछ देर सोचा फिर याद आया….अबे यार घर में छोरा और गांव में ढिंढोरा…..अपणे पास #सिन्धी_गुरूघंटाल है ना……….झट से लगाया #भीलवाड़ा_रियासत_के_राष्ट्राध्यक्ष कमल भाई को फ़ोन और मोबाइल सीधा दुकानदार के हाथ में से दिया….. बस फिर अगले 3-4 मिनट पता नही उधर से क्या-क्या बात हुई….इधर दुकानदार अच्छों-पच्चो करता हुआ ख़ुश होता हुआ दिख रहा था……. फ़ोन रखने के बाद दुकानदार के हाव-भाव यूँ बदल गए मानो मैं मुआयना करने वाला कोई उच्चाधिकारी हूँ….किसी तरह से जैसी भी हिंदी आती थी उसी में पहले तो अपना परिचय दिया…..अपना नाम #राजू_भाई बताया और बताया कि यह भुने हुए मावे से भरे हुए सिन्धी गुलाबजामुन हैं जो कि किसी समय बहुत प्रचलित थे पर अब उनके अलावा यहाँ पर शायद ही कोई बनाता होगा. वे यह दुकान शाम को छह बजे से रात दस बजे तक चलाते हैं और यह दुकान पिछले 30 वर्षों से यही पर है.
राजू भाई ने गर्मागर्म गुलाब जामुन प्लेट में डाल कर खिलाया…… खाते समय देखा कि इसको बनाने के समय इसके बीच में दानेदार मावे की ये बड़े साइज़ की गोली रख कर ऊपर से पनीर और खोए की परत से कवर करके बिलकुल काला होने तक तला गया है…और अंत चाशनी में डुबोया गया है. तलने के दौरान अंदर भारी हुई मावे की गोली गर्मागर्म लिक्विड मावे में बदल जाती है……कुछ ऐसा ही प्रयोग #चोको_लावा_केक के नाम पर एक अंतरराष्ट्रीय फ़ूड चेन द्वारा किया जा रहा है.
बेहद मीठा और सिंका हुआ गुलाबजामुन वाक़ई यूनिक और और SwadList में आने का बिलकुल उचित पात्र है. लगभग दस मिनट लगते हैं एक गुलाबजामुन को खाने में.
इसका प्रति पीस का दाम है 20 रुपए जो कि इसकी क्वालिटी और साइज़ के हिसाब से बहुत कम है.
गूगल लोकेशन: https://goo.gl/maps/soe5BGqbNuiQgDwH9
SwadList रेटिंग : 4 स्टार ****
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आपका अपना ….. पारुल सहगल 😊